देश में कोरोना के मामले दिन पर दिन बढ़ते ही जा रहे हैं। कोरोना देश में 14,000 से ज्यादा लोगों को मौत की नींद सुला चुका है। देश में कोरोना से निपटने के लिए जांच के दायरे को बढ़ाते हुए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) ने कहा कि अब देश भर में कोविड-19 के लक्षण वाले हर व्यक्ति के लिए जांच सुविधा व्यापक स्तर पर उपलब्ध कराई जाएगी। राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना ने एक बार फिर से रफ्तार पकड़ ली है। कोरोना के मामलों में दिल्ली ने मुंबई को भी पीछे छोड़ दिया है।
बुधवार को और 3,788 लोगों में कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने के साथ ही दिल्ली में कोविड-19 के मामले बढ़कर 70,000 के आंकड़े को पार कर गए, जबकि शहर में अभी तक इस संक्रमण से 2,365 लोग की मौत हुई है। इसी के साथ दिल्ली इस वायरस से बुरी तरह प्रभावित मुंबई से आगे निकल गई। मुंबई में मंगलवार तक कोविड-19 संक्रमण के कुल मामले 68,410 थे। मंगलवार को दिल्ली में एक दिन में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा 3,947 नए मामले सामने आए थे।
शुक्रवार-शनिवार से राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के 3000 या उससे अधिक नए मामले रोज आ रहे हैं। सोमवार को 2909 नए मामले सामने आए थे। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया कि वह कोविड-19 के प्रत्येक रोगी की सरकारी अस्पताल में अनिवार्य रूप से जांच कराने संबंधी अपने नए आदेश को वापस ले ले। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 की स्थिति अभी गंभीर नहीं है।